World Aids Day: एचआईवी के रोगियों को जरूर करनी चाहिए फिजिकल एक्टिविटी, सेहत को मिलते हैं कई फायदे

एचआईवी और एड्स के मरीजों को रेगुलर एक्सरसाइज करनी चाहिए। इससे उनका स्ट्रेस दूर होता है और नींद भी अच्छी आती है।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: Nov 29, 2023 17:52 IST
World Aids Day: एचआईवी के रोगियों को जरूर करनी चाहिए फिजिकल एक्टिविटी, सेहत को मिलते हैं कई फायदे

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Benefits Of Physical Activity For Hiv Patients In Hindi: एड्स एक घातक बीमारी है। साथ ही यह लाइलाज भी है। इसलिए, बहुत जरूरी है कि इस बीमारी से पीड़ित लोग अपनी सेहत का बहुत ज्यादा ध्यान रखें, नियमित रूप से दवाईयां लें, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और खानपाना की आदतों में भी सुधार करें। इसके अलावा, एचआईवी के मरीजों को नियमित रूप से एक्सरसाइज या फिजिकली चाहिए रहना चाहिए। जिस तरह एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक्सरसाइज या फिजिकली एक्टिव रहने से बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं। इसी तरह, एचआईवी के मरीजों को भी फिजिकली एक्टिव रहना चाहिए। आइए, इस लेख में जानते हैं नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से एचआईवी के मरीजों को किस तरह के फायदे मिल सकते हैं।

मूड बेहतर होता है- Boost Your Mood

Boost Your Mood

Hiv.gov के अनुसार, "एचआईवी और एड्स के मरीज अक्सर अपनी सेहत को लेकर परेशान रहते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी जिंदगी कभी भी खत्म हो सकती है। जबकि, उन्हें इस तरह की सोच से बाहर आना चाहिए और पॉजिटिव सोच रखना चाहिए। एक्सरसाइज की मदद से आप खुद को पॉजिटिव बनाए रख सकते हैं। दरअसल, एक्सरसाइज करने से फील गुड हार्मोन रिलीज होता है, जो मूड को बूस्ट करने में मदद करता है। एक्सरसाइज की मदद से एचआईवी या एड्स के मरीज खुद को एनर्जेटिक और फ्रेश भी फील करते हैं।"

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फोकस बेहतर होता है- Improve focus

Improve focus

एचआईवी और एड्स के मरीज अक्सर फोकस करने या कंसंट्रेट करने में परेशानी महसूस करते हैं। इसकी वजह है कि जिन लोगों को एचआईवी या एड्स होता है, उन्हें कैंसर या अन्य घातक बीमारी का रिस्क भी बहुत ज्यादा हो जाता है। इसका उनकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। अगर व्यक्ति यह न सोचे कि उसे एचआईवी या एड्स है, इसके बजाय वह फिटनेस पर काम करे, तो वह खुद को स्वस्थ महसूस कर सकता है। हेल्दी फील करने से मेंटल हेल्थ में भी सुधार होता है, जो कि व्यक्ति का फोकस बढ़ाने में मदद करता है।

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स्ट्रेस कम होता है- Reduce Stress

एचआईवी और एड्स, स्ट्रेस का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ा देते हैं। यही नहीं, एक्सपर्ट्स की मानें, तो एचआईवी और एड्स के मरीज अक्सर डिप्रेशन का भी शिकार हो जाते हैं। जब एचआईवी या एड्स के मरीज डिप्रेशन या स्ट्रेस से भर जाते हैं, तो इससे उनकी हेल्थ पर भी धीरे-धीरे बुरा असर पड़ने लगता है। इस तरह की स्थिति से बचने के लिए एचआईवी के मरीजों को लाइफ के पॉजिटिव एंगल पर ध्यान देना चाहिए। फिजिकल एक्टिविटी इसमें मदद कर सकती है। इससे स्ट्रेस का स्तर भी कम हो सकता है।

नींद में सुधार करता है- Improve Sleep Cycle

एचआईवी और एड्स की वजह से मरीज इतना परेशान रहता है कि उसकी लाइफस्टाइल पूरी तरह बिगड़ सकती है। इससे उसकी नींद भी नहीं हो पाती है। जबकि हेल्दी रहने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति अच्छी नींद ले। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि हर व्यक्ति को दिन में कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। लेकिन, एचआईवी या एड्स के मरीजों के लिए यह एक चिंता का विषय बन जाता है। वे सही तरह से नींद नहीं ले पाते हैं। वहीं, अगर नियमित रूप से एचआईवी के मरीज एक्सरसाइज करें, तो उनकी नींद में भी सुधार होगा, जो कि उनकी हेल्थ को बेहतर करने में मदद करेगा।

image credit: freepik

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